Air India Boeing 787-8 Dreamliner दुर्घटना 2025: AI171 फ्लाइट की रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ?
Air India की Flight AI171 की Boeing 787 Dreamliner दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आ गई है। जानिए कैसे ईंधन बंद होने से हुआ हादसा, क्या रही असली वजह, और DGCA ने क्या कदम उठाए।
14 जून 2025 को हुए Air India की फ्लाइट AI171 हादसे ने पूरे एविएशन सेक्टर को हिला कर रख दिया। यह फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, और टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद एक भयानक दुर्घटना का शिकार हो गई। यह विमान Boeing 787-8 Dreamliner था, जिसे अब तक का सबसे भरोसेमंद और तकनीकी रूप से एडवांस विमान माना जाता था। हादसे में कुल 260 लोगों में से 259 की मौत हो गई, जिनमें से 19 लोग जमीन पर मौजूद थे। केवल एक यात्री जीवित बच पाया, जिसे चमत्कारी माना जा रहा है। यह दुर्घटना इसलिए और भी चौंकाने वाली है क्योंकि Dreamliner मॉडल की यह अब तक की पहली घातक दुर्घटना थी। आइए विस्तार से जानते हैं कि आखिर इस हादसे में क्या हुआ, रिपोर्ट में क्या कहा गया है और आगे क्या कार्रवाई की जा रही है।

हादसे की प्रमुख जानकारी: क्या हुआ था Flight AI171 के साथ?
- तारीख: 14 जून 2025
- फ्लाइट: Air India AI171 (अहमदाबाद से लंदन)
- विमान मॉडल: Boeing 787-8 Dreamliner
- यात्री/क्रू: 260 (241 की मौत, 19 जमीनी मौतें, केवल 1 जीवित)
- स्थान: टेक-ऑफ के तुरंत बाद दुर्घटना
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ?
जानबूझकर बंद किए गए इंजन?
जांच रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच RUN से CUTOFF की स्थिति में ले जाए गए। ये स्विच आसानी से नहीं दबते — यानी गलती से बंद होना असंभव है।
कॉकपिट में तनावपूर्ण बातचीत
Cockpit Voice Recorder (CVR) से पता चला कि एक पायलट ने पूछा:
“तुमने फ्यूल क्यों बंद किया?”
दूसरे ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया।
तकनीकी खराबी नहीं
- न तो इंजन में कोई खराबी पाई गई
- न ही विमान के सिस्टम्स में कोई टेक्निकल फेलियर
- Ram Air Turbine (RAT) भी ऑटोमेटिकली सक्रिय हो गई — यानी इंजन बंद होने के बाद आपात पावर एक्टिवेट हो गई
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट: हादसे की असली वजह क्या थी?
UK की Air Accidents Investigation Branch (AAIB) द्वारा जारी की गई प्रारंभिक रिपोर्ट ने हादसे को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सबसे अहम बात यह सामने आई है कि विमान के दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच को जानबूझकर ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ पर बदला गया था। ये स्विच सामान्य परिस्थितियों में बहुत कठिनाई से दबते हैं ताकि गलती से इन्हें कोई न छू सके। लेकिन रिपोर्ट बताती है कि टेकऑफ के ठीक बाद दोनों इंजन के फ्यूल बंद कर दिए गए, जिससे विमान को पावर मिलना बंद हो गया और वह नियंत्रण खो बैठा।
रिपोर्ट में शामिल कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) से यह भी स्पष्ट हुआ कि पायलटों के बीच तनावपूर्ण बातचीत हो रही थी। एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि क्या उसने फ्यूल बंद किया, लेकिन दूसरे पायलट ने साफ तौर पर इनकार किया। इसका मतलब यह हो सकता है कि या तो किसी ने जानबूझकर ऐसा किया या फिर विमान में कोई सिस्टम गड़बड़ी (software malfunction) हुई, जिसकी वजह से फ्यूल बंद हुआ। हालांकि, इस चरण पर किसी तरह की तकनीकी या इंजन खराबी की पुष्टि नहीं हुई है। दोनों इंजन — GE GEnx-1B मॉडल — सही पाए गए हैं और Boeing ने भी अपनी ओर से स्पष्ट किया है कि विमान में कोई मैन्युफैक्चरिंग फॉल्ट नहीं था।
DGCA और Air India की प्रतिक्रियाएं
- DGCA ने Air India के सभी Dreamliner विमानों पर विशेष निरीक्षण के आदेश दिए
- यह निरीक्षण 15 जून से लागू हुए
- सभी 30+ Dreamliners का चेकअप हो चुका है और कोई बड़ी खराबी नहीं मिली
- Air India ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान मार्च-अप्रैल 2025 में सर्विस हुआ था, अगली जाँच दिसंबर 2025 में होनी थी
DGCA और Air India की कार्रवाई: Dreamliner विमानों की सघन जांच
इस भीषण हादसे के बाद भारत की DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने तत्काल प्रभाव से Air India के सभी Boeing 787-8 और 787-9 Dreamliner विमानों की विशेष जांच के आदेश दिए। इसमें विशेष रूप से फ्यूल सिस्टम, इंजन कंट्रोल, ऑटोमेशन सिस्टम, हाइड्रॉलिक्स और फ्लाइट कंट्रोल्स की गहन समीक्षा की गई। रिपोर्ट के अनुसार, सभी Dreamliner विमानों का यह निरीक्षण 15 जून 2025 तक पूरा कर लिया गया था, और किसी भी विमान में कोई गंभीर तकनीकी खामी नहीं पाई गई। Air India ने पुष्टि की कि दुर्घटनाग्रस्त विमान की आखिरी बड़ी जांच मार्च और अप्रैल 2025 में की गई थी, और अगली जांच दिसंबर में निर्धारित थी। CEO कैंपबेल विल्सन ने भी एक बयान में कहा कि विमान पूरी तरह से ऑपरेशनल स्थिति में था और सभी सुरक्षा मापदंडों पर खरा उतरता था।
Boeing और 787 Dreamliner की साख पर असर
- Boeing 787 की पहली घातक दुर्घटना
- अब तक Dreamliner की सुरक्षा रिकॉर्ड बेहतरीन रही थी
- Boeing और GE Engines पर कोई दोष नहीं पाया गया
- कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, संभावित सॉफ्टवेयर गड़बड़ी की जांच अभी जारी है
अगला कदम: अब क्या होगा?
- AAIB, Boeing, FAA और DGCA मिलकर जाँच जारी रखे हुए हैं
- अंतिम रिपोर्ट कुछ हफ्तों में आने की उम्मीद
- इस बीच Dreamliner की सभी फ्लाइट्स अतिरिक्त सुरक्षा जांच से गुजर रही हैं
Boeing 787 Dreamliner की विश्वसनीयता पर सवाल?
इस हादसे ने निश्चित ही Boeing 787 Dreamliner की सुरक्षा और विश्वसनीयता को लेकर चिंता बढ़ा दी है। अब तक Dreamliner को सबसे सुरक्षित विमानों में से एक माना जाता था और इसकी सेवा में किसी भी प्रकार की फैटैल दुर्घटना नहीं हुई थी। लेकिन इस दुर्घटना ने न सिर्फ Boeing की प्रतिष्ठा पर असर डाला है, बल्कि वैश्विक एविएशन उद्योग को भी झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद कुछ अमेरिकी एविएशन वकीलों ने दावा किया है कि Dreamliner सॉफ्टवेयर में एक ज्ञात बग हो सकता है, जो इस हादसे के पीछे जिम्मेदार हो सकता है। हालांकि, Boeing ने इस दावे की न तो पुष्टि की है और न ही खंडन। इस समय जांच एजेंसियां इस पहलू को भी गंभीरता से ले रही हैं।
हादसे के बाद की स्थिति और आगे की राह
AAIB की रिपोर्ट अब भी अंतिम निष्कर्ष तक नहीं पहुंची है और जांच जारी है। लेकिन इस प्रारंभिक रिपोर्ट ने स्पष्ट रूप से यह दर्शाया है कि हादसे की वजह तकनीकी से ज्यादा मानव या प्रक्रिया संबंधी गलती हो सकती है। DGCA और अंतरराष्ट्रीय एविएशन एजेंसियां इस हादसे को लेकर पहले से कहीं ज्यादा सतर्क हैं और Dreamliner जैसी जटिल तकनीक वाले विमानों के लिए नई गाइडलाइन्स और निरीक्षण प्रक्रिया तैयार की जा रही हैं। साथ ही, AI171 हादसे से सबक लेते हुए दुनिया भर में Dreamliner और इसी तरह के विमानों के ऑटोमेशन सिस्टम की गहन समीक्षा शुरू हो चुकी है।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: क्या Air India की यह पहली Dreamliner दुर्घटना थी?
हाँ, यह Dreamliner मॉडल की पहली जानलेवा दुर्घटना थी, और Air India के इतिहास में सबसे घातक भी।
Q2: हादसे की असली वजह क्या थी?
दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच टेकऑफ के तुरंत बाद बंद कर दिए गए थे, जिससे विमान को शक्ति नहीं मिली और वह गिर गया।
Q3: क्या Dreamliner अब उड़ान के लिए सुरक्षित है?
DGCA ने सभी Dreamliner विमानों की जांच के बाद कहा है कि वे उड़ान के लिए सुरक्षित हैं, लेकिन नियमित निगरानी अब और अधिक सख्त की गई है।
Q4: क्या इसमें किसी पायलट की गलती थी?
अभी जांच जारी है, लेकिन फ्यूल स्विच को मैन्युअली बंद किया जाना संदेह की स्थिति पैदा करता है। अंतिम रिपोर्ट से ही स्थिति स्पष्ट होगी।
क्या कहता है यह हादसा भविष्य की उड़ानों के लिए?
Air India की Dreamliner फ्लाइट AI171 का हादसा केवल एक विमान दुर्घटना नहीं, बल्कि एक गंभीर चेतावनी है कि चाहे तकनीक कितनी भी उन्नत क्यों न हो, मानव पहलू और सिस्टम इंटीग्रेशन की सतर्क निगरानी अत्यंत आवश्यक है। इस हादसे ने एविएशन इंडस्ट्री को फिर से अपने ऑटोमेशन और सेफ्टी प्रोटोकॉल पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। उम्मीद है कि अंतिम रिपोर्ट के बाद इस रहस्य से पूरी तरह पर्दा उठेगा, और भविष्य की उड़ानों को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा।